आजकल चिट्टाकारी की चर्चा प्रिंट मीडिया में जोरों पर है. कुछ दिनों पहले हिन्दी की प्रतिष्ठित पत्रिका कादम्बिनी की आवरण कथा भी हिन्दी चिट्ठाकारी पर थी. जिसमें अविनाश जी ने भी अपना योगदान दिया था. अविनाश जी कथादेश में हिन्दी चिट्ठाकारी पर नियमित लिखते रहे हैं. पिछ्ले दिनों मुम्बई से निकलने वाली पत्रिका समकाल में भी हिन्दी ब्लॉगिंग पर एक लेख छ्पा था. जिसे लिखा था विस्फोट चिट्ठा चलाने वाले संजय तिवारी ने. इसमें जीतू जी , अरुण जी , मैथिली जी ,आलोक जी,प्रतीक पांडे के नाम भी शामिल हैं.
आप भी पढ़ें. (बड़ा करने के लिये चटका लगायें).बहुत से लोगों ने शिकायत की है कि वो इसे नहीं पढ़ पा रहे हैं इसलिये यह लेख यहां पर डाल दिया गया है.
जुलाई 24, 2007 at 4:18 पूर्वाह्न
अच्छी खबर है। जानकारी देने के लिए आपका धन्यवाद।
जुलाई 24, 2007 at 4:20 पूर्वाह्न
थोडा और high resolution कि फ़ाइल होनी चाहिऐ । यह अभी नही पढ जा रहा है
जुलाई 24, 2007 at 4:25 पूर्वाह्न
अरे भाई क्या बात है मेरा नाम ..?पंगा तो नही ले रहो हो मेरे से
अरे वाह ये तो वाकई है जी धन्यवाद जी,वैसे भी हम चिट्ठा जगत के अकेले और पहले पंगेबाज है,अगर किसी को एतराज हो तो पोस्ट् डाल दे जी..:)
जुलाई 24, 2007 at 4:29 पूर्वाह्न
इसमें ऊपर श्री रवि रतलामी जी और ई-पन्डित के ब्लाग की तसवीर साफ नजर आ रही है.
हम आपको इसके हाई रिजोल्यूशन कापी उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं
जुलाई 24, 2007 at 4:51 पूर्वाह्न
bahut achchha lagaa, vivran ke liye dhanyavaad.
जुलाई 24, 2007 at 6:15 पूर्वाह्न
अच्छी खबर है।
जुलाई 24, 2007 at 6:24 पूर्वाह्न
अच्छी खबर, सभी को बधाई!
धन्यवाद!
जुलाई 24, 2007 at 7:25 पूर्वाह्न
अच्छी खबर देने के लिए धन्यवाद । पढने मे थोड़ी दिक्कत आ रही है ।
जुलाई 24, 2007 at 7:45 पूर्वाह्न
[…] पिछ्ली पोस्ट में आपको समकाल में छपे लेख के बारे में बताया था. बहुत से लोगों ने उसे पढ़ा या पढ़ने की कोशिश की. लेकिन शिकायत यह रही कि रिजोल्यूशन ठीक ना होने के कारण बहुत से लोग पढ़ नहीं पाये. इधर इस लेख के मूल लेखक संजय तिवारी जी ने मुझसे संपर्क किया और उन्होने इस लेख को मेरे को भेज दिया. तो प्रस्तुत है ये लेख आप सभी के लिये.इसके लिये संजय जी एक बार फिर धन्यवाद के पात्र है. आशा है अब सब लोग पढ़ पायेंगे. एक भूल सुधार …यह पत्रिका दिल्ली से ही निकलती है. ब्लाग की दुनिया […]
जुलाई 24, 2007 at 9:29 पूर्वाह्न
टाइम्स आँफ़ इंडिया मुंबई ने भी भाई श्री रवि रतलामीजी के इश्टाइलिश चित्र के साथ इसी रविवार (वाह ! क्या संयोग है रवि…रवि)को हिन्दी ब्लाँगिंग से प्रमुखता से एक स्टोरी की है तारीख़ नोट करें..२२ जुलाई.
जुलाई 24, 2007 at 10:06 पूर्वाह्न
बहुत बढ़िया खबर. संजय जी के यहाँ जाकर पढ़ भी आये.
जुलाई 24, 2007 at 12:04 अपराह्न
बधाई जानकारी के लिए, लेकिन लेख पढ़ा नहीं जा रहा। 😦
जुलाई 26, 2007 at 2:41 पूर्वाह्न
बढिया जानकारी, चलो कुछ चर्चा, सुगबुगाहट तो है, हो सकता है कल को मेरा नाम भी इन बडे़ लोगों में शामिल हो जाये 🙂
अगस्त 2, 2007 at 1:50 अपराह्न
इस जानकारी के लिए धन्यवाद.